शुक्रवार सुबह रायपुर में कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के निवास पर ईडी की टीम ने छापा मारा। कार्रवाई की खबर फैलते ही समर्थकों की भीड़ जमा हो गई। बघेल ने मीडिया के सामने बयान देते हुए कहा कि यह लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि पिछली बार उनके जन्मदिन पर ईडी आई थी, और इस बार उनके बेटे के जन्मदिन पर। यह महज संयोग नहीं हो सकता, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है।
ईडी छापा भूपेश बघेल पर भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है ताकि विपक्ष की आवाज़ को दबाया जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि मोदी-शाह विपक्ष को कमजोर करने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं। लेकिन हम न डरेंगे, न झुकेंगे।
बघेल ने आरोप लगाया कि जैसे बिहार में चुनाव आयोग मतदाता सूची से नाम काट रहा है, वैसे ही यहां एजेंसियों से विपक्ष को घेरा जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि ईडी को जांच करनी है तो हम पूरा सहयोग देंगे। हम न्यायालय में विश्वास रखते हैं, लोकतंत्र में आस्था है।
ईडी छापा भूपेश बघेल की बात करें तो इस बार उनके घर से कुछ खास बरामद नहीं हुआ। फिर भी कार्रवाई की गई, यह सवाल खड़ा करता है।
उन्होंने दोहराया कि पिछली बार उनके घर से ₹33 लाख मिलने का दावा किया गया था, लेकिन अब फिर से दबिश क्यों?
उन्होंने कहा कि पेड़ कटाई से जुड़ा सवाल आज विधानसभा में उठाया जाना था, इसलिए ध्यान भटकाने के लिए छापा मारा गया।
बघेल ने स्पष्ट किया कि यह कोई निजी लड़ाई नहीं बल्कि लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है। जनता अब सब समझ चुकी है।
उन्होंने कहा, “चाहे जितनी भी ताकत लगा ली जाए, सच्चाई के रास्ते से नहीं हटेंगे। यह लड़ाई लोकतंत्र की है, और हम लड़ेंगे।”