बालोद जिले के कुसुमटोला गांव के माध्यमिक स्कूल में शिक्षक न होने से नाराज छात्र-छात्राओं ने बड़ा कदम उठाया। बच्चों ने अपने पालकों के साथ मिलकर स्कूल गेट पर ताला लगा दिया और तेज बारिश के बीच प्रदर्शन किया।
छात्रों ने गेट के सामने बैठकर जमकर नारेबाजी की और जल्द से जल्द शिक्षक नियुक्त करने की मांग की। स्कूल में कुल 51 छात्र हैं लेकिन वर्तमान में केवल दो शिक्षक ही पढ़ा रहे हैं। तीसरे शिक्षक की पदोन्नति के बाद अब पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। पढ़ाई में आ रही रुकावट से परेशान बच्चों और पालकों ने एकजुट होकर विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शन की खबर मिलते ही पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और समझाइश देने का प्रयास किया। स्कूल का गेट तो खोल दिया गया लेकिन छात्र भीतर नहीं गए और प्रदर्शन जारी रहा। तहसीलदार और शिक्षक स्कूल के अंदर रहे, जबकि छात्र और पालक बाहर नारेबाजी करते रहे।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक शिक्षक की स्थायी नियुक्ति नहीं होगी, वे शांत नहीं बैठेंगे। यह विरोध सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी की गंभीर समस्या को उजागर करता है। ग्रामीण क्षेत्र के इस स्कूल में बच्चों का भविष्य दांव पर है, जिससे पालकों का आक्रोश बढ़ रहा है।