रायपुर नगर निगम ने शहर में लगे जर्जर और खतरनाक होर्डिंग्स के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है।
खबर प्रकाशित होने के तुरंत बाद निगम ने सभी विज्ञापन एजेंसियों को नोटिस जारी किया है।
अब सभी होर्डिंग्स का सेफ्टी और स्ट्रक्चरल ऑडिट अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।
निरीक्षण में कई होर्डिंग्स में दरारें, जंग और ढीलापन सामने आया, जिससे इनकी स्थिति असुरक्षित पाई गई।
निगम ने साफ किया है कि तीन दिन के भीतर होर्डिंग्स की मरम्मत या हटाने की कार्रवाई अनिवार्य है।
समय पर सुधार न करने की स्थिति में निगम स्वयं होर्डिंग हटाकर एजेंसी से खर्च वसूलेगा।
रायपुर होर्डिंग्स ऑडिट के दौरान निगम की टीमों को कई जगह फटे फ्लेक्स और कमजोर बेस दिखे।
इसलिए अब सभी फ्लेक्स को मजबूती से बांधने, स्टील केबल या जीआई वायर के प्रयोग के निर्देश दिए गए हैं।
फ्लेक्स में हवा का दबाव कम करने के लिए 6 से 8 इंच के वेंटिलेशन होल्स बनाने की सलाह दी गई है।
साथ ही, उच्च गुणवत्ता वाले जीएसएम फ्लेक्स का उपयोग भी आवश्यक बताया गया है।
रायपुर होर्डिंग्स ऑडिट के तहत हर 3–6 महीने में जांच और वेल्डिंग, बोल्टिंग की मजबूती सुनिश्चित की जाएगी।
किसी भी प्रकार की दरार, ढीलापन या जंग मिलने पर तत्काल सुधार की जिम्मेदारी एजेंसी की होगी।
जो होर्डिंग्स सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरते, उन्हें तत्काल हटाया जाएगा।
उप संचालक अंजलि शर्मा ने बताया कि फ्लेक्स और संरचना की मजबूती के लिए निरीक्षण तेज कर दिया गया है।
रायपुर होर्डिंग्स ऑडिट का उद्देश्य शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इसलिए निगम की टीमें लगातार फील्ड में सक्रिय रहकर निरीक्षण कर रही हैं।