छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के हजारों यात्रियों को एक बार फिर बड़ी राहत मिलने जा रही है। कोरोना काल में बंद हुई लोकल मेमू और डेमू ट्रेनों का संचालन अब 15 जुलाई 2025 से दोबारा शुरू किया जा रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने यह निर्णय चरणबद्ध तरीके से सभी प्रमुख रूटों पर लागू करने का निर्णय लिया है। इससे दुर्ग, राजनांदगांव, रायपुर, गोंदिया, बालाघाट और डोंगरगढ़ जैसे स्टेशनों पर सफर करने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी।
सांसद संतोष पांडेय की पहल लाई रंग
इस पुनः संचालन के पीछे सांसद डॉ. संतोष पांडेय की लगातार कोशिशें महत्वपूर्ण रही हैं। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री से इस मुद्दे पर कई बार मुलाकात की और जून 2025 की मंडल बैठक में इसे प्राथमिकता दी थी। उन्होंने बताया कि लोकल ट्रेनों के बंद होने से छात्र, मजदूर और कार्यालयीन कर्मचारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अब ट्रेनों की वापसी से उनके जीवन में नई सहूलियत आएगी।
13 लोकल ट्रेनें दौड़ेंगी फिर से पटरियों पर
रेलवे के अनुसार, 15 जुलाई से गोंदिया-कटंगी, रायपुर-डोंगरगढ़, रायपुर-गेवरा रोड और तूमसर रोड-बालाघाट सहित 13 लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। 17 जुलाई तक सभी रूटों पर सेवा पूरी तरह बहाल कर दी जाएगी। कम किराया और सुगम यात्रा की वजह से यह निर्णय यात्रियों को बड़ी राहत देगा। अब उन्हें महंगे बसों या निजी वाहनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
छात्रों और कामकाजी वर्ग को मिलेगी सीधी राहत
रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में पढ़ने और काम करने वाले हजारों लोगों को इससे आर्थिक राहत मिलेगी। छात्रों, दुकानदारों और मजदूरों के लिए ये ट्रेनें पहले से ही यात्रा की प्रमुख साधन रही हैं। अब समय की भी बचत होगी और यात्रा पहले से अधिक सुलभ हो जाएगी। यह फैसला न केवल राहत देगा, बल्कि रेलवे के सार्वजनिक परिवहन तंत्र को फिर से सक्रिय भी करेगा।
नई शुरुआत की ओर छत्तीसगढ़
इस कदम से छत्तीसगढ़ में एक नई रेल यात्रा की शुरुआत मानी जा रही है। यह ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी केंद्रों से जोड़ने में मदद करेगा और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा।राज्य में यात्रियों की मांग थी कि लोकल ट्रेनें दोबारा चलें, जिसे रेलवे ने अब पूरा कर दिखाया है। अब सभी की निगाहें इस सेवा की नियमितता और गुणवत्ता पर होंगी।