बीजापुर के छुटवाई गांव में ग्रामीणों की निर्मम हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में भय और शोक का माहौल है। नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में कवासी जोगा और मंगलू कुरसम को घर से बाहर बुलाकर मार डाला।मंगलू का बेटा नंदू पहले ही पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुका था, इसी कारण उसे निशाना बनाया गया
परिवार और ग्रामीण भयभीत हैं, कई लोगों ने गाँव छोड़ने की बात कही है। इस घटना ने माओवाद के बचे हुए असर को फिर से उजागर कर दिया है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने कहा कि माओवादियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन तेज किया जा रहा है।