छत्तीसगढ़ में सहकारिता विभाग ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के जरिए
1 लाख पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व का अनोखा संगम प्रस्तुत किया है।
यह अभियान 1 जुलाई से 6 जुलाई 2025 तक राज्य के कोऑपरेटिव नेटवर्क के माध्यम से आयोजित किया गया।
इस पहल को भारत सरकार की ‘सहकार से समृद्धि’ योजना से जोड़ा गया,
जिसमें राज्यभर की पैक्स समितियाँ, जिला सहकारी बैंक,
अपेक्स बैंक, और धान उपार्जन केंद्रों ने भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम का केंद्रबिंदु था – हर पौधा ‘माँ के नाम’ समर्पित करना।
इससे अभियान को संवेदनात्मक और सामाजिक गहराई मिली।
सिर्फ वृक्षारोपण ही नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा और देखभाल का भी संकल्प लिया गया।
इस दौरान सहकारी संस्थाओं द्वारा जन-जागरूकता शिविर, पर्यावरणीय संगोष्ठियाँ
और अन्य सामूहिक आयोजन भी किए गए।
इस अनूठे प्रयास ने स्पष्ट किया कि प्रकृति और मातृत्व,
दोनों ही जीवन को आधार देते हैं, और इनका सम्मान आवश्यक है।
सहकारिता विभाग की यह पहल न केवल हरियाली बढ़ा रही है,
बल्कि सामूहिक उत्तरदायित्व और भावनात्मक जुड़ाव को भी प्रोत्साहित कर रही है।