भिलाई नकली गहने ठगी का मामला शहर में चर्चा का विषय बन गया है, जहां दो ज्वेलर्स को चकमा देकर लाखों की ठगी कर ली गई।
आरोपी नरेन्द्र नंदलाल महेश्वरी ने खुद को “राजेश पाठक” बताकर दो आभूषण दुकानों में नकली सोने के टॉप्स देकर असली गहने बदल लिए।
यह घटना भिलाई के पावर हाउस सर्कुलर मार्केट स्थित सहेली अलंकरण और न्यू अभिषेक ज्वेलर्स की दुकानों पर घटी।
सहेली अलंकरण के संचालक मनोज जैन और न्यू अभिषेक ज्वेलर्स के संचालक पवन सोनी ने इसकी शिकायत छावनी थाना में दर्ज करवाई।
भिलाई नकली गहने ठगी की पुष्टि तब हुई जब दुकानदारों ने सामान की जांच की और नकली जेवर का खुलासा हुआ।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दुकान के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसने गहनों की अदला-बदली के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया था।
उसके पास से पुलिस ने 10 ग्राम और 5 ग्राम वजन के दो चांदी के नकली सिक्के भी जब्त किए हैं।
पुलिस ने आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
डीएसपी नवी मोनिका पांडेय ने बताया कि आरोपी ने पूरी योजना बनाकर यह धोखाधड़ी की और भरोसा जीतने के लिए नाम तक बदल डाला।
भिलाई नकली गहने ठगी के इस मामले ने आभूषण व्यापारियों में सतर्कता बढ़ा दी है और पुलिस ने भी सुरक्षा उपायों को सख्त करने की बात कही है।
अब सभी ज्वेलरी दुकानों को ग्राहकों की पहचान की पुष्टि करने, नकद लेनदेन से बचने और सीसीटीवी की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
यह घटना व्यापारियों के लिए एक चेतावनी है कि सावधानी और सतर्कता ही ऐसे अपराधों से बचाव का एकमात्र उपाय है।