रायपुर में अब अपराध और ट्रैफिक उल्लंघन करना आसान नहीं होगा, क्योंकि शहर बन रहा है ‘स्मार्ट निगरानी जोन’।
राजधानी की 57 नई सड़कों पर 168 आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिससे हर गतिविधि पर कंट्रोल रूम से सीधी नजर रखी जा सकेगी। इससे पहले भी शहर में 1240 कैमरे एक्टिव हैं जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और दुर्घटनाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग करते हैं।
तेज रफ्तार गाड़ी? अब घर पहुंचेगा ई-चालान
अगर कोई वाहन 45 किमी/घंटा से तेज रफ्तार में चला, तो स्पीड डिटेक्शन कैमरे की नजर में आएगा और चालान सीधे घर भेजा जाएगा। इसके लिए शहर के सात बड़े मार्गों पर 58 स्पीड निगरानी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
पहली बार कैमरों की नजर में आएंगे कई इलाके
शास्त्री चौक, रेलवे स्टेशन, तेलीबांधा, एमजी रोड, पंडरी, दलदल सिवनी, अशोका रतन कॉलोनी जैसे 41 प्रमुख स्थानों पर फिक्स्ड कैमरे लगाए जाएंगे। अब हर गली, चौक और मुख्य सड़क पर सुरक्षा की तीसरी आंख मौजूद रहेगी।
एनएचएआई भी निगरानी में पीछे नहीं
शहरी सीमा के बाहर के रास्तों पर भी नजर रखी जाएगी। एनएचएआई 70 से अधिक हाईटेक कैमरे आउटर क्षेत्रों में लगा रहा है।
‘थ्री-ई सिस्टम’ देगा ट्रैफिक जागरूकता को बढ़ावा
‘THE-E’ सिस्टम यानी Enforcement, E-challan और E-education मिलकर यह तय करेगा कि न केवल कार्रवाई हो, बल्कि लोगों को शिक्षित भी किया जाए।
नवा रायपुर को भी मिल रहा स्मार्ट सुरक्षा नेटवर्क
नवा रायपुर में पहले ही चरण-1 में 128 कैमरे लगाए जा चुके हैं और चरण-2 में 230 कैमरे और लगाए जाएंगे। यहां के लिए अलग कंट्रोल रूम बनकर तैयार है, जो निगरानी को और तेज करेगा।
अधिकारियों का बयान
अतिरिक्त परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर ने कहा कि यह योजना सड़क सुरक्षा और अपराध रोकथाम की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने जानकारी दी कि प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है और जल्द ही क्रियान्वयन शुरू होगा।