छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी है। रायपुर से मिली जानकारी के अनुसार, बीते दिनों कोरोना के 5 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए सतर्कता बढ़ा दी है, क्योंकि एक बार फिर से संक्रमण के सक्रिय होने का खतरा गहराने लगा है।
रायपुर कोरोना मरीज की पुष्टि के बाद पूरे शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी संदिग्ध क्षेत्रों में सैंपलिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग और बुखार सर्वे जैसी गतिविधियां शुरू कर दी गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में बदलाव और लापरवाही से संक्रमण फिर से तेज हो सकता है, इसलिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की सख्ती ज़रूरी है।
दूसरी ओर, राजनांदगांव जिले में स्थिति और भी चिंताजनक बन गई है। यहां पिछले 20 दिनों में तीन लोगों की कोरोना से मौत दर्ज की गई है। मृतकों में बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग शामिल थे, जिससे यह संकेत मिलता है कि कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए संक्रमण अब भी खतरनाक बना हुआ है। प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, फिलहाल छत्तीसगढ़ में कोरोना के कुल एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिसमें से अधिकांश रायपुर और राजनांदगांव से जुड़े हैं। रायपुर कोरोना मरीज की संख्या भले ही कम दिख रही हो, लेकिन ये संख्या बड़े संक्रमण की शुरुआत भी हो सकती है, इसलिए स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है।
इसके साथ ही सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और PHC केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है। राज्य सरकार ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट की पुरानी नीति को फिर से सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी संभावित लहर से पहले ही निपटा जा सके।
विशेषज्ञों की सलाह है कि जिन लोगों ने अब तक बूस्टर डोज नहीं ली है, वे जल्द ही टीकाकरण कराएं। जिन क्षेत्रों में रायपुर कोरोना मरीज सामने आए हैं, वहां विशेष निगरानी अभियान शुरू हो चुका है और ज़िला प्रशासन लगातार लोगों से संयम और सतर्कता की अपील कर रहा है।
छत्तीसगढ़ में कोविड का यह उभार एक चेतावनी है कि वायरस अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो कई सार्वजनिक गतिविधियों पर फिर से नियंत्रण लगाए जा सकते हैं।