2025 के नेशनल गेम्स में 17 वर्षीय अनन्या देसाई ने इतिहास रच दिया है — वह भारत की पहली महिला स्केटबोर्डिंग चैंपियन बन गई हैं। उन्होंने गुजरात के गांधीनगर में हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान 360 फ्लिप, नोज़ ग्राइंड और फ्रंटसाइड ओली जैसे मुश्किल ट्रिक्स दिखाकर 9.2 का स्कोर हासिल किया।
🛹 स्केटबोर्डिंग का भारत में बढ़ता असर
skateboarding champion india 2025 टाइटल अब केवल पुरस्कार नहीं, बल्कि एक आंदोलन बन रहा है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्केटबोर्डिंग के शामिल होने के बाद भारत में भी युवाओं ने इसे गंभीरता से लेना शुरू किया।
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दिल्ली, बैंगलोर, पुणे जैसे शहरों में स्केट पार्क बन चुके हैं।
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2022 में शुरू हुआ स्केट इंडिया मिशन अब 12 राज्यों तक पहुँच गया है।
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2025 तक भारत का लक्ष्य है — एशियाड और ओलंपिक में स्केटबोर्डिंग में पदक जीतना।
👩🎓 अनन्या देसाई: गांव की लड़की, ग्लोबल सपने
महाराष्ट्र के सांगली जिले की रहने वाली अनन्या बचपन में लकड़ी के बोर्ड पर नाली के किनारे खेला करती थीं। उनके पिता, एक बढ़ई हैं। स्थानीय NGO द्वारा 2022 में जब स्केटबोर्ड उपलब्ध कराया गया, तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आज अनन्या को अमेरिका के लॉस एंजेलेस से स्केटिंग ट्रेनिंग का ऑफर मिला है।
📊 स्कोरबोर्ड
प्रतिभागी | स्कोर | राज्य |
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अनन्या देसाई | 9.2 | महाराष्ट्र |
नंदिनी मिश्रा | 8.7 | दिल्ली |
शिफा नसीम | 8.5 | तेलंगाना |
🎯 खेल मंत्रालय की प्रतिक्रिया
खेल मंत्रालय ने अनन्या के लिए ₹5 लाख की “राइजिंग स्टार स्कॉलरशिप” की घोषणा की है। स्केटबोर्डिंग को अब ‘युवा खेल नीति 2025’ में शामिल किया जाएगा।