हर वर्ष 20 जुलाई को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस केवल खेल नहीं, बल्कि बौद्धिकता का उत्सव है। यह दिन 1924 में पेरिस में स्थापित हुई FIDE (फिडे – विश्व शतरंज महासंघ) की स्मृति में मनाया जाता है, जिसे 1966 में यूनेस्को ने समर्थन दिया और 2019 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दी गई।
international chess day 2025 पर इस वर्ष भी दुनियाभर में प्रतियोगिताएँ, मास्टर क्लास और प्रदर्शनी मैचों का आयोजन किया जाएगा। शतरंज न केवल बुद्धिमत्ता का खेल है, बल्कि यह धैर्य, रणनीति, निर्णय क्षमता और मानसिक अनुशासन का भी प्रतिनिधित्व करता है।
दुनिया के शीर्ष शतरंज खिलाड़ी और उनकी रैंकिंग
इस वर्ष के international chess day 2025 के अवसर पर अगर किसी बात पर चर्चा सबसे अधिक हो रही है, तो वह है विश्व के टॉप शतरंज खिलाड़ियों की रैंकिंग और हालिया उपलब्धियाँ।
1. मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen)
नॉर्वे के यह खिलाड़ी अब भी विश्व रैंकिंग में नंबर 1 स्थान पर हैं। उन्होंने हाल ही में फ्रीस्टाइल शतरंज में 2900 से अधिक रेटिंग हासिल कर नया इतिहास रच दिया है। शास्त्रीय शतरंज से थोड़ा दूरी बनाकर अब वह नए स्वरूपों में रुचि ले रहे हैं।
2. हिकारू नाकामुरा (Hikaru Nakamura)
अमेरिका के यह खिलाड़ी वर्तमान में दूसरे स्थान पर हैं और ऑनलाइन शतरंज में उनका दबदबा बना हुआ है।
3. अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi)
भारत के युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं और लगातार अपने प्रदर्शन से चर्चा में हैं।
4. गुकेश डोमराजु (Gukesh Dommaraju)
भारत के यह खिलाड़ी वर्तमान में विश्व शतरंज चैंपियन बने हैं। वह पांचवें स्थान पर हैं और हाल ही में उन्होंने कई दिग्गजों को हराकर अपनी ताकत साबित की।
5. आर. प्रग्गनानंदा (R. Praggnanandhaa)
यह युवा खिलाड़ी छठवें स्थान पर हैं और भारतीय शतरंज के भविष्य के रूप में देखे जा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने गुकेश को पछाड़कर फिडे लाइव रैंकिंग में शीर्ष पर जगह बनाई।
6. फैबियानो करुआना, अलीरेज़ा फिरोज़ा, नोदिर्बेक अब्दुसत्तोरोव जैसे अन्य खिलाड़ी भी शीर्ष-10 में मौजूद हैं और दुनिया के मंच पर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
क्यों खास है international chess day 2025?
-
यह दिन वैश्विक बौद्धिक एकता का प्रतीक है।
-
बच्चों, युवाओं और बुज़ुर्गों सभी के लिए शतरंज एक समान उपयोगी खेल है।
-
भारत जैसे देश में यह खेल अब जन-जन तक पहुंच चुका है, और युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।