छत्तीसगढ़ के दुर्ग से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें जेल में बंद एक आरोपी ने दूसरी जेल में बंद भाजयुमो नेता को जान से मारने की धमकी दी और फिर उसके भाई से लाखों रुपये और सोने की ज्वेलरी वसूली।
दुर्ग जेल में बंद नेता लोकेश पांडेय के भाई अभिषेक से आरोपी रवि विठ्ठल ने लगातार धमकियां दीं। वह राजनांदगांव जेल से मोबाइल के जरिए कॉल कर यह दावा करता रहा कि वह लोकेश की हत्या करवा देगा।
इस डर से अभिषेक ने कुल 7.95 लाख रुपये और सोने की चेन व लॉकेट आरोपी को सौंपे। इस वसूली में विशाल उड़िया नामक व्यक्ति की भूमिका भी सामने आई, जिसे पैसे ट्रांसफर किए गए।
धमकी के पीछे छिपा संगठित जाल:
कोर्ट में भी आरोपी ने खुलेआम धमकी दी और अभिषेक से नकद पांच लाख की अतिरिक्त मांग की। आरोपी ने अपने बेटे के जन्मदिन पर सोने की चेन और लॉकेट गिफ्ट के रूप में मंगवाए।
अब पुलिस का शिकंजा:
शिकायत के आधार पर सुपेला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर राजनांदगांव जेल से भिलाई लाया। तीन अन्य आरोपियों — महेश्वरी बघेल, गुरमीत कौर और विशाल सोनी — को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
जांच के घेरे में जेल स्टाफ:
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जेल में रहते हुए आरोपी के पास मोबाइल कैसे पहुंचा? पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं जेल कर्मचारियों की संलिप्तता तो नहीं है।
समाज में डर और प्रशासन पर सवाल:
यह घटना जेल व्यवस्था की गंभीर खामियों की ओर इशारा करती है और यह स्पष्ट करती है कि अपराधी जेल में बंद रहकर भी बाहर के लोगों को डरा सकते हैं और उनसे वसूली कर सकते हैं।